पोहरी: आजकल रूठने मनाने का दौर मध्यप्रदेश की राजनीति में खूब चल रहा है, भाजपा के पुराने नेता और कार्यकर्ता सिंधियाई विधायकों के आने के कारण अपने भविष्य की चिंता कर रहे हैं और पार्टी से नाराज चल रहे हैं, जिनको मनाने का काम रणनीतिकार केंद्रीय मंत्री और पार्टी अध्यक्ष कर रहे हैं, नेता द्वय अपने नेताओं को भरोसा दिला रहे हैं कि आप सरकार तो बनाओ आपको बखूबी तवज्जों मिलेगी । उधर कांग्रेस में भी सब कुछ ठीक नहीं है क्योंकि कुछ विधानसभा क्षेत्र में बसपा और भाजपा से आने वाले नेताओं के टिकिट भी पक्के माने जा रहे हैं अब ऐसे में उनको अपने भविष्य की चिंता सता रही है।
अब खबर पोहरी से आ रही है कि वर्षों से अपनी राजनीतिक बिसात बिछा रही नेत्री आजकल कोप भवन में है, जानकारी के मुताबिक नेत्री आजकल क्षेत्र से दूरी बनाए हुए हैं और किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन रही हैं, नजदीकी लोगों द्वारा क्षेत्र से बन रही दूरी का कारण पूछने पर नेत्री का कहना है कि देश इस समय कोरोना महामारी के संकट से गुजर रहा है, इसलिए ऐसे में जनता के बीच जाना ठीक नहीं है लेकिन राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सिंधियाई विधायक के भाजपा में आने से और उपचुनाव में उनका ही टिकिट फायनल होने से उनको अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता हो रही है, नेत्री के एक नजदीकी व्यक्ति के मुताबिक नेत्री का मानना है कि जिस कांग्रेस की नीतियों और नेताओं से संघर्ष कर भाजपा के वटवृक्ष को सींचने का काम हम जैसे सामान्य से कार्यकर्ता ने किया है आज कांग्रेसियों के आने से खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं, बिगत दिनों सिंधिया और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से भी इस नेत्री ने दूरी बनाई थी,कभी अपने नेता शिवराज सिंह और नरेंद्र सिंह तोमर के आगमन पर क्षेत्र को होर्डिंग और बैनर से पाटने वाली नेत्री के होर्डिंग और बैनर कहीं दिखाई नहीं दिए । आपनी राजनीतिक वैतरणी पार करने के लिए इन रूठे हुए नेताओं को न केवल मनाना होगा बल्कि भविष्य में तवज्जों भी देनी होगी,अब ये तो आने वाला समय ही बता पाएगा कि क्या ये नेत्री भाजपा का झंडा थामकर सिंधियाई नेता के लिए क्षेत्र में काम करेंगी या अपने भविष्य की चिंता से चुनाव खत्म होने तक कोप भवन में ही रहेंगी,