राजनीतिक हलचल: अपने ठेठ देशी अंदाज के लिए जानी जाने वाली मंत्राणी इमरती देवी सुमन उन दिनों मीडिया जगत में सुर्खियों में शामिल हों गई थी जब ग्वालियर के SAF ग्राउंड पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के संदेश वाचन को ठीक से न पढ़ पाने पर मंत्राणी ने कहा था कि " अब कलक्टर साब पढ़ेंगे" I जहाँ एक ओर मीडिया जगत की सुर्खियों में शामिल थी तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष के निशाने पर भी आ गई थी, विपक्ष ( तब भाजपा) ने उनकी शिक्षा को लेकर कांग्रेस सहित सिंधिया और इमरती को खूब घेरा, आपको बता दें कि इमरती सिंधियानिष्ठ नेताओं में शामिल हैं वे कई बार सार्वजनिक तौर पर कह भी चुकी है कि महाराज उन्हें झाड़ू भी थमायेंगे तो वे उसके लिए भी तैयार हैं I
कमलनाथ सरकार से लेकर शिवराज सरकार में उन्हें महिला बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है, पूर्व की सरकार में उनके विभाग ने बेहतर कार्य किया इसके लिए विपक्षी होकर भी केंद्र की मोदी सरकार ने उन्हें पुरुस्कार दिया था I मंत्राणी आजकल डबरा विधानसभा में डेरा डाले हुए हैं और जनता को आगाह कर रहीं हैं कि इस बार चुनाव में आपको ध्यान रखना है कि मेरा चुनाव चिन्ह हाथ का पंजा नहीं बल्कि कमल का फूल है, ज्ञात हो कि इमरती लगातार डबरा विधानसभा से तीन चुनाव जीतकर भोपाल पहुँची हैं और हर बार ही उनके जीत का मार्जिन बढ़ा हैं, लेकिन दल बदल के बाद कहीं न कहीं उन्हें जनता के रुख से आशंका है I
