सृष्टि का अनूठा संतुलन : आचार्य


प्रतापगढ़ -सृष्टि का संतुलन बड़ा अजीब है। जो सौ किलो का बोरा उठा सकता है वह उसे खरीद नहीं सकता और जो सौ किलो का बोरा खरीद सकता है वह उसे उठा नहीं सकता। यह बात आचार्य सुनील सागर जी महाराज  ने बुधवार को धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जिसे खाना है, भूखा है उसे मिलता नहीं और जिसे मिलता है वह खा नहीं सकता। जिसे फुर्सत है उसे कोई काम नहीं। बेचारा बेरोजगारी का शिकार है और जिसके पास ढेर सारा काम है उसे अपने तक जीने के लिए फुर्सत नहीं। आज कुछ नहीं करके भी लोग व्यस्त दिखाई देते हैं। यह सब कर्मों का ही संयोग है। उन्होंने कहा कि अपनी-अपनी करनी का फल ही सभी को मिल रहा है लेकिन फिर यह असंतुलन पर बड़ा आश्चर्य होता है। अपनी आत्म शुद्धि बढ़ाएं। बुधवार को प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान का मोक्षकल्याणक उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह वृहद शांतिधारा कर निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया। दोपहर में विधान, गुरुपूजन पारसोला परिवार की ओर से आयोजित किया गया। 
         संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.