पोहरी- कोरोना काल मे लोगो को रोजगार का संकट है किसी प्रकार से अपने घर का पालन पोषण कर पा रहे है वही पोहरी नगर में सट्टा के कारोबार ने अपनी रफ्तार दिन दुगुनी एव रात चौगुनी कर ली है पोहरी सहित आस पास के आदिवासी इलाकों में इन दिनों मानो पुलिस प्रशासन की देख रेख में कारोबार चल रहा है इतनी रफ्तार से जिस प्रकार से सट्टे की लाइन ली जा रही है उसके बाद कार्रवाई न करना पुलिस प्रशासन की मिलीभगत उजागर करता है यदि मिलीभगत नही है तो कार्रवाई क्यों नही की जा रही है जबकि एक के नब्बे में लालच में ग्रामीण क्षेत्र की गरीब जनता अपने घर का पोषण करने के लिए अपने मेहनत की कमाई को इसमें लगा देते है इसका परिणाम अपने बच्चों एव परिवार को भूख रखना पड़ता है जबकि इन दिनों सट्टे के बाद नशे के कारोबार ने भी पोहरी में अपनी पकड़ मजबूत की है इसके अलावा कुछ दिन पूर्व झिरी में सट्टे लेते हुए लोगो का वीडियो वायरल हुआ था लेकिन कार्रवाई किसी पर नही हुई लेकिन इस सब मे भी जिम्मेदार की देख रेख में हो रहा है
