टेंट, लाइट, बर्तन, हलवाई, घोड़े, बैंड, डीजे, फोटोग्राफर ने मिलकर दिया एडीएम को ज्ञापन, बोले 50 की नहीं 500 की अनुमति दो






शिवपुरी। देश में लगतार कोरोना का संक्रमण अचानक से बड रहा है वही जिले में भी कोरोना की रफ्तार बड रही हैं। ऐसे में शादियों में 50 लोगों के शादी में शामिल होने की अनुमति शासन ने दी है। ऐसे में यदि खुले गार्डन में 500 लोगों के शामिल होने की अनुमति सरकार दे दे तो हम सोशल डिस्टेंस के साथ कार्यक्रम का आयोजन कर सकेंगे। और घराती- बाराती की खुशी के साथ हमारे घर का भी चूल्हा जल सकेगा।

पिछले 1 साल से व्यापार ठप है न शादी में बड़ा खाना हुआ, ना बारात निकली। ऐसे में अब हम घर का खर्च कैसे चलाएं। इसलिए आपके पास आए हैं ताकि आप क्षमता में वृद्धि कर दे। जिससे उन आयोजनों में शामिल होकर हम अपनी रोजी-रोटी चला सके।

यह बात शहर के टेंट, लाइट, बर्तन, हलवाई, घोड़े, बैंड, डीजे, फोटोग्राफर ने मिलकर एडीएम को सौपें ज्ञापन में कही। जिस पर एडीएम आरएस बालोदिया ने कहा कि गाइडलाइन शासन ने निर्धारित की है, हमने नहीं। हम तो उसका पालन कर रहे हैं । हम आपकी बात सरकार तक पहुंचा देंगे यदि वहां से कोई बदलाव होता है तो फिर हम आपको बता देंगे। दरअसल पिछले 1 साल से टेंट, लाइट, बर्तन, हलवाई की परेशानी इसलिए बढ़ गई है क्योंकि शादी समारोह में कम लोग शामिल हुए हैं। जिसके चलते न तो बेटर को काम मिला और न ही डीजे बजे, घोड़ी पर बारात नहीं निकली, फूलों के स्टेज नहीं सजा।

शहनाइयों की गूंज नहीं हुई जिसकी वजह से इस व्यवसाय से जुड़े जिले के तकरीबन 1लाख लोगों की आबादी प्रभावित होने का दावा टेंट एसोसिएशन के अंकुर सहगल ने किया। उन्होंने कहा कि टीवी पर और समाचार पत्रों में हम देखते हैं कि बंद हॉल जिसमें 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति शादी समारोह के दौरान दी जाती है उसमें कोरोना का खतरा विशेषज्ञ ज्यादा बताते हैं, जबकि खुले लॉन में कोरोना का खतरा कम होता है।

ऐसे में यदि हॉल की बाजाय खुले मैदान में गार्डन में शादी होने लगे तो फिर हमें बहुत राहत मिल सकती है। यही नहीं इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को तब तक लाभ नहीं मिल सकता जब तक शादी समारोह में शामिल होने वालों की संख्या 500 के आसपास न हो। क्योंकि इससे कम आयोजन में कैटर,वेटर, हलवाई और अन्य लोगों का रोजगार चलना मुश्किल है।
बैंड बाजे और डीजे संचालक बोले साल भर में आर्थिक हालात बिगड़ गए अब आत्महत्या का मन करता है,कहां से चलाएं घर : इस दौरान अपनी पीड़ा बयां करते हुए कोलारस से आए अकबर शाह ने कहा कि हम आकाश बैंड एंड डीजे का संचालन करते हैं। लेकिन पिछले 1 साल में हमें कोई भी काम नहीं मिला। अब फिर से कोरोना बढ़ गया है। यदि 50 की संख्या शादी समारोह में रखेंगे तो फिर हमारा कैसे काम चलेगा। हमारे आर्थिक हालात इतने बिगड़ गए हैं कि कभी-कभी आत्महत्या करने का मन करता है। बीबी बच्चों की तरफ देखकर हम जैसे तैसे सब मिलकर अपना गुजारा कर रहे हैं।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.