मैयावत दंपती की गोद भराई आचार्य सुंदरसागर जी महाराज के सान्निध्य में हुयी

बडोदिया -नगर के मैयावत दंपती भरत मैयावत एवं सरोज मैयावत 23 अप्रैल को झारखंड के कोडरमा स्थित झुमरी तलैया में अंतर्मना आचार्य प्रसन्न सागर महाराज के द्वारा मुनि एवं क्षुल्लिका दीक्षा प्राप्त करने जा रहे हैं। साधु सेवा प्रभारी संजय एन दोसी ने बताया कि यह परिवार साधु सेवा और त्याग, धारण करते हुए मोक्ष मार्ग की ओर बढ रहा है। आज से 32 साल पहले दीक्षार्थी भरत मैयावत के पिता माणकलाल एवं माता हंतोक देवी ने 18 अप्रैल 1989 को परतापुर के सुभाषचंद्र बोस खेल मैदान में आचार्य प्रसन्न सागर के दीक्षा गुरु गणाचार्य पुष्पदंत सागरजर महाराज से हजारों भक्तों की उपस्थिति में मुनि दीक्षा ग्रहण कर मुनि प्रबुद्ध सागर एवं प्रशम श्री माताजी नामकरण प्राप्त की थी। 
जो साधना करते हुए प्रबुद्ध सागर की कानपुर नगर में एवं प्रशमश्री माताजी की इन्दौर महानगर में समाधि हुई। माणकलाल परिवार से चार पुत्र भरत, राघवेश, विकास एवं नीलेश एवं एक पुत्री अंकिता हैं। परिवार से दूसरे पुत्र राघवेश मैयावत एवं पत्नी राजमति भी संयम के मार्ग की और कदम बढा रहे हैं। वहीं हाल में में दीक्षार्थियों की क्षेत्र के विभिन्न गांवों में गोदभराई एवं बिनौली निकाली जा रही है। गुरुवार को नगर में प्रवेश हुए अनुभव सागरजी महाराज ने भी उन्हें आशीर्वाद देकर गोदभराई की रस्म संपन्न कराई।
                 संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी

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