राजनीतिक : पिछले मार्च मध्यप्रदेश में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार स्थापित करने में किंग मेकर की भूमिका अदा करने वाले ग्वालियर अंचल के महाराज अपने समर्थक विधायकों को न केवल उपचुनाव में टिकिट दिलाकर जिताने में कामयाब हो पाए बल्कि उम्मीद से अधिक लोगों को शिवराज सरकार में मंत्री भी बना लाए, इसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि ये भारतीय जनता पार्टी है जो महाराज को संगठन में महत्व कभी नहीं देगी लेकिन टीम वीडी में महाराज को भरपूर तवज्जों मिली, सूत्रों की मानें तो वादे के मुताबिक सिंधिया को केंद्र में मंत्री बनाया जाना था इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भी भेज दिया था लेकिन पिछले एक वर्ष से अधिक का समय बीत जाने पर भी सिंधिया को मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया, ऐसे में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सिंधिया पर तंज कसते नहीं थकी । 8 जुलाई को होने वाले मोदी कैबिनेट विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया को शामिल किया जाना तय माना जा रहा है, आखिरकार महाराज यानी राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के सिर ताज सजने जा रहा है ।
