सारंगपुर-भगवान महावीर ने सत्य, अहिंसा का मार्ग दिखाया था। आज दुनिया में महावीर के सिद्धान्तों पर पालन किया जा रहा है। हर व्यक्ति को किसी न किसी गुरु से जुड़ना चाहिए। उसी से धर्म मार्ग पर चलकर वे अपना कल्याण कर सकते हैं। यह बात बुधवार को आर्यिका आदर्शमति माताजी ने समाज जनों के बीच कही। आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज की शिष्या आर्यिका आदर्शमति माताजी, परमार्थमति माताजी, ध्यानमति माताजी, विदेहमति माताजी, अदूरमति माताजी सहित 5 आर्यिका माताजी का नगर में ससंघ आगमन हुआ। इस मौके पर बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे। इस दौरान सभी कार्यक्रमों में समाजजनों ने धर्म लाभ लिया।
भव्य रूप से हुई माताजी की अगवानी, 30 दीदी भी आईं
माताजी की आगवानी इंदौर नाका पर समाज जनों ने उल्लास और भक्तिभाव से की। महावीर अतिशय क्षेत्र बडा मंदिर पर श्रीजी की शांतिधारा माताजी के मुखारविंद से हुई। उसके बाद आचार्य विद्यासागरजी महाराज की पूजन सभी ने मिल कर की। दिगंबर जैन समाज को माताजी के साथ प्रतिभा मंडल की 30 ब्रह्मचारिणी दीदियों का भी सानिध्य मिला।
माताजी की अगवानी करते समाज के महिला और पुरुष।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी
भव्य रूप से हुई माताजी की अगवानी, 30 दीदी भी आईं
माताजी की आगवानी इंदौर नाका पर समाज जनों ने उल्लास और भक्तिभाव से की। महावीर अतिशय क्षेत्र बडा मंदिर पर श्रीजी की शांतिधारा माताजी के मुखारविंद से हुई। उसके बाद आचार्य विद्यासागरजी महाराज की पूजन सभी ने मिल कर की। दिगंबर जैन समाज को माताजी के साथ प्रतिभा मंडल की 30 ब्रह्मचारिणी दीदियों का भी सानिध्य मिला।
माताजी की अगवानी करते समाज के महिला और पुरुष।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी